Cancer: कैंसर और उसके उपचार के दौरान बढ़े हुए रोगों का जोखिम, स्वास्थ्य विशेषज्ञों से जानें सच्चाई
Cancer का इलाज करवाने वाले लोगों को अक्सर हृदय रोगों का उच्च जोखिम होता है, खासकर रेडिएशन थेरपी के कारण। जानिए विस्तार से कि कौन-कौन से रोग कैंसर के इलाज के दौरान बढ़ सकते हैं और इसके पीछे के कारण क्या हैं।
रेडिएशन थेरपी और हृदय रोगों का जोखिम
Cancer के इलाज के दौरान कई बार रेडिएशन थेरपी (विकिरण चिकित्सा) का इस्तेमाल किया जाता है। इस चिकित्सा के दौरान कैंसर की कोशिकाओं को नष्ट किया जाता है, लेकिन रेडिएशन का प्रभाव आसपास के ऊतकों और अंगों पर भी पड़ता है। इसी कारण से हृदय रोगों का जोखिम भी बढ़ जाता है।
रेडिएशन थेरपी का प्रभाव
Cancer के इलाज के दौरान मरीजों को बहुत अधिक मात्रा में रेडिएशन दिया जाता है। यह रेडिएशन हृदय पर भी अपना असर डालता है। खासकर छाती के कैंसर के मामलों में, जहां ट्यूमर के आस-पास की क्षेत्र को रेडिएशन दिया जाता है, वहां हृदय रोगों का खतरा काफी बढ़ जाता है। लंबी अवधि तक रेडिएशन मिलने से हृदय के ऊतकों को काफी नुकसान पहुँचता है।
रेडिएशन हृदय रोग
रेडिएशन हृदय रोग एक गंभीर समस्या है जो उन मरीजों में देखी जाती है जो कैंसर के इलाज के दौरान रेडिएशन थेरपी से गुजरते हैं। रेडिएशन हृदय रोग के लक्षण निम्नलिखित हो सकते हैं:
- छाती में दर्द: रेडिएशन से प्रभावित हृदय की स्थिति में छाती में दर्द होना आम बात है।
- सांस लेने में कठिनाई: हृदय के ऊतकों के क्षतिग्रस्त होने के कारण सांस लेने में कठिनाई हो सकती है।
- त्वरित हृदय गति: हृदय की धड़कन तेज हो सकती है, जो सामान्य से अधिक महसूस हो सकती है।
- पैरों में सूजन और दर्द: हृदय की समस्याओं के कारण पैरों में सूजन और दर्द हो सकता है।
साधारण हृदय रोग और उच्च रक्तचाप
कैंसर के इलाज के दौरान, नियमित हृदय रोग और उच्च रक्तचाप (हाइपरटेंशन) का खतरा भी बढ़ जाता है। रेडिएशन के प्रभाव से हृदय की सामान्य कार्यक्षमता प्रभावित हो सकती है, जिससे रक्तचाप में वृद्धि हो सकती है और हृदय संबंधित समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं।
कैंसर के उपचार के दौरान जोखिम कम करने के उपाय
- स्वस्थ जीवनशैली अपनाएं: संतुलित आहार, नियमित व्यायाम और पर्याप्त नींद हृदय स्वास्थ्य को बनाए रखने में मदद कर सकते हैं।
- रेडिएशन की मात्रा पर ध्यान दें: इलाज के दौरान रेडिएशन की मात्रा और उसके प्रभाव को लेकर डॉक्टर से चर्चा करें।
- नियमित जांच कराएं: कैंसर के इलाज के दौरान और बाद में हृदय की नियमित जांच करवाना महत्वपूर्ण है, ताकि किसी भी समस्या का समय पर इलाज किया जा सके।
- डॉक्टर की सलाह का पालन करें: डॉक्टर के द्वारा सुझाए गए जीवनशैली और दवाओं का पालन करें, ताकि हृदय संबंधी समस्याओं से बचा जा सके।
निष्कर्ष
Cancer का इलाज करते समय हृदय रोगों का जोखिम बढ़ सकता है, खासकर जब रेडिएशन थेरपी का उपयोग किया जाता है। रेडिएशन के प्रभाव से हृदय की कोशिकाएं प्रभावित हो सकती हैं और इससे विभिन्न हृदय संबंधी समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं। इसके लिए जरूरी है कि Cancer के इलाज के दौरान और बाद में हृदय स्वास्थ्य पर ध्यान दिया जाए और नियमित जांच करवायी जाए। इससे हृदय रोगों के जोखिम को कम किया जा सकता है और स्वास्थ्य को बेहतर बनाए रखा जा सकता है।